मुज़फ्फरपुर और वैशाली सहीत आस पास के 5 जिला के लगभग हजार से ज़्यादा बच्चे चमकी बुखार या दिमागी बुखार या जापानी इंफ्लेसाइटिस से पिड़ित हैं। 120 से ज़्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है, सोशल मिडिया से लेकर जमीनी स्तर तक सरकार के खिलाफ आवाज़ उठ रही है और लोग बच्चों को बचाने के लिए दुआएँ कर रहे हैं, सरकार ने भी आवश्यक कदम उठाए हैं लेकिन सरकार द्वारा उठाया गया कदम प्रयाप्त नही है।
मुज़फ्फरपुर के अस्पताल में उपलब्ध सुविधा प्रयाप्त नही है और इमरजेंसी हालात से निपटने के लिए अस्पताल में प्रयाप्त एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध नही है। बिहार सरकार से लेकर केन्द्र सरकार तक सभी नेता बड़े बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही ब्यान कर रही है।
कल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन ने एक मिटिंग बुलाई जिसमें केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश़्वनी चौबे और बिहार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी शामिल हुए लेकिन दोनो को मंच पर या तो सोते हुए पाया गया या जमहाई लेते हुए।
बिहार में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत पर भारतीय इंसान पार्टी के युवा प्रदेश सचिव बिहार रहमत हुसैन ने गहरा दुख व्यक्त किया है और केन्द्र सरकार व राज्य सरकार से हर मुमकिन प्रयास कर मासुम बच्चों को बचाने का आह्वान किया। रहमत हुसैन ने आगे कहा कि यह एक ऐसा विषय है जिस पर राजनिति नही की जा सकती हम सब सरकार के साथ हैं, सरकार को और ज़्यादा असरदार कदम उठाने चाहिए।
मुज़फ्फरपुर के अस्पताल में उपलब्ध सुविधा प्रयाप्त नही है और इमरजेंसी हालात से निपटने के लिए अस्पताल में प्रयाप्त एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध नही है। बिहार सरकार से लेकर केन्द्र सरकार तक सभी नेता बड़े बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही ब्यान कर रही है।
कल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन ने एक मिटिंग बुलाई जिसमें केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश़्वनी चौबे और बिहार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी शामिल हुए लेकिन दोनो को मंच पर या तो सोते हुए पाया गया या जमहाई लेते हुए।
बिहार में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत पर भारतीय इंसान पार्टी के युवा प्रदेश सचिव बिहार रहमत हुसैन ने गहरा दुख व्यक्त किया है और केन्द्र सरकार व राज्य सरकार से हर मुमकिन प्रयास कर मासुम बच्चों को बचाने का आह्वान किया। रहमत हुसैन ने आगे कहा कि यह एक ऐसा विषय है जिस पर राजनिति नही की जा सकती हम सब सरकार के साथ हैं, सरकार को और ज़्यादा असरदार कदम उठाने चाहिए।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें