सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

जून, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

देश भर में हाहाकार फिर भी PM से लेकर मंत्री तक लाचार क्यों?

बिहार के मुज़फ्फरपुर में चमकी बुखार का मामला हो या दिल्ली में 24 घंटे में 9 हत्याओं का मामला हो या झारखण्ड में शम्स तबरेज की मॉब लिचिंग का मामला हो भाजपा की सरकार हर मोर्चे पर विफल नज़र आ रही है। बिहार के मुज़फ्फरपुर सहीत आस पास के कई जिलों में चमकी बुखार ने अपना कहर बरपा कर रखा है मासुम बच्चों की मौत हो रही है, माँ की गोद सुनी हो रही है लेकिन केन्द्रीय महिला एंव बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी इस मामले पर पुरी तरह से खामोश हैं। वहीं दिल्ली में कल 24 घंटे में 9 हत्याएँ हो गई और झारखण्ड में शम्स तबरेज नामक युवक का चोरी के शक में दबंगों ने मॉब लिचिंग कर दिया लेकिन केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी ज़बान नही खोली। बात अगर देश के प्रधानमंत्री की करें तो देश का मुखिया होने के नाते उन्हे इन सब मामलों में स्वत: संज्ञान लेकर कार्यवाई करनी चाहिए थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी अब तक खामोश हैं। बिहार की बात करें तो चमकी बुखार बीते 10 सालों से है लेकिन केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन ने मुज़फ्फरपुर में रिसर्च लैब बनवाने के अपने 5 साल पुराने वादे को दोहराने से ज़्या

RJD नेता तेजस्वी यादव लापता...!!! मुज़फ्फरपुर में लगे बैनर, क्या है पुरा मामला जानने के लिए क्लिक करें।

खुद को समाजिक कार्यकर्ता बताने वाले मुज़फ्फरपुर के तमऩ्ना हाशमी ने मुज़फ्फरपुर में बैनर लगवा कर तेजस्वी यादव के लापता होने का दावा किया। उनका दावा है कि तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के बाद से ही लापता हैं। दरअसल पुरा मामला यह है कि मुज़फ्फरपुर में अब तक चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या 171 हो चुकी है लेकिन तेजस्वी यादव अभी तक मुज़फ्फरपुर के अस्पताल में बच्चों को देखने के लिए नही पहुँचें हैं। जब इस बारे में RJD नेताओं से पुछा गया तो उनका कहना था कि तेजस्वी यादव जानबुझ कर मुज़फ्फरपुर नही गए हैं क्योंकि अगर तेजस्वी यादव मुज़फ्फरपुर में अस्पताल चले गए तो भाजपा और मिडिया दोनो ही तेजस्वी यादव पर लाशों पर राजनिति करने का आरोप लगाएगी। तेजस्वी यादव और राजद की प्राथमिकता चमकी बुखार से पिड़ित बच्चों को मरने से बचाना है न कि इस मुद्दे पर राजनिति करना। राजद बच्चों की बेहतर ईलाज के लिए सरकार पर दवाब बनाए हुए है। तमऩ्ना हाशमी ने अपने बैनर में तेजस्वी यादव को ढ़ुँढ़ कर लाने वाले को 5100 रुपया ईनाम देने का वादा किया है।

डेंगु चिकनगुनिया से निपटने को तैयार दिल्ली की केजरीवाल सरकार। जानें क्या क्या हो रही है तैयारियाँ..!!

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली में डॉक्टर की एक टीम और एक्सपर्ट्स के साथ डेंगु चिकनगुनिया से निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदम पर चर्चा की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज ट्विट कर यह जानकारी दी कि बारीश का मौसम आने वाला है और बरसात के मौसम में ही दिल्ली में डेंगु चिकनगुनिया का असर देखने को मिलता है और इसके लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली के डॉक्टर पहले से ही तैयार हैं। अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि साल 2015 में दिल्ली में 15000 डेंगु चिकनगुनिया से पिड़ित मरीज थें जिसकी संख्या 2018 में घट कर 2700 रह गई। उन्होने कहा कि दिल्ली सरकार इस साल डेंगु चिकनगुनिया से निपटने के लिए पहले से ही तैयार है और आवश्यक कदम उठाए कर और मरीजों को बेहतर ईलाज मुहैया करवा कर यह संख्या और कम करने का प्रयास करेगी।

बिहार के प्रमुख विपक्षी दलों का बिहार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन....!!!

बिहार के मुज़फ्फरपुर में चमकी बुखार से पिड़ित बच्चों और परिवार के समर्थन में और बिहार सरकार के खिलाफ बिहार के प्रमुख विपक्षी दलों ने आज दिल्ली स्थित बिहार भवन के समक्ष शांतिपुर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। सभी दलों का कहना था की बिहार सरकार चमकी बुखार से निपटने में पुरी तरह नाकाम रही है। ज्ञात हो कि बिहार के मुज़फ्फरपुर और आस पास के इलाके में चमकी बुखार से अब तक हजारों मासुम बच्चे पिड़ित हो चुके हैं और 150 से ज़्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। विपक्षी दलों का कहना है कि बिहार सरकार चमकी बुखार से निपटने में पुरी तरह नाकाम रही है। सभी दलों ने चमकी बुखार से पिड़ित बच्चों और परिवार को तत्काल बेहतर सुविधा मुहैया कराने की माँग की है। विरोध प्रदर्शन में शामिल दलों में भारतीय इंसान पार्टी, जन अधिकार पार्टी, CPI और AISF प्रमुख है। भारतीय इंसान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीउल्लाह अहमद ने कहा कि बिहार सरकार तत्काल सभी बच्चों और परिवार को बेहतर सुविधा और बेहतर ईलाज मुहैया कराए साथ ही उन्होने कहा कि जो मासुम बच्चे अपनी जान गवाँ चुके हैं उनके परिवार को बिहार सरकार 25-25 लाख का मुआवज़ा दे।

क्या मासुम बच्चों की लाशों पर सत्ता का सुख भोगना ही है रामराज्य?

भगवान बुद्ध की धरती बिहार में चमकी बुखार विगत कुछ सालों से एक अभिशाप बन कर सामने आया है। जिसने हजारों मासुम बच्चों को अपना शिकार बना लिया है इस साल भी चमकी बुखार ने अब तक 150 से ज़्यादा बच्चों की ज़िन्दगी छिन ली है। 150 से ज़्यादा माँ की गोद सुनी हो चुकी है लेकिन सरकार को गहरी नींद में सोने से फुर्सत नही है। बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार ने अब तक इस मामले में चुप्पी साध रखी है। गौरतलब है कि मासुम बच्चों की मौत का ये सिलसिला सिर्फ बिहार और चमकी बुखार तक ही सिमित नही है, इससे पहले महाराष्ट्र में कुपोषन के कारण कई बच्चों को जान गवानी पड़ी है तो वहीं उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी के कारण 70 से ज़्यादा बच्चे मौत की नींद सो चुके हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि इन तीनों जगहों पर या तो भाजपा की सरकार है या भाजपा नीत NDA की सरकार है, ये वही भाजपा है जो देश में कथित रुप से रामराज्य लाने की बात करती है। क्या रामराज्य मासुम बच्चों की लाशों पर सत्ता का सुख भोगने से आएगा? ऐसा इस लिए कह रहा हुँ क्योंकि महाराष्ट्र, UP से लेकर बिहार तक हजारों मासुम बच्चों की जान चली गई लेकिन सरकार की तरफ स

बिहार में चमकी बुखार से हाहाकार....!!! फिर भी सरकार क्यों है लाचार?

मुज़फ्फरपुर और वैशाली सहीत आस पास के 5 जिला के लगभग हजार से ज़्यादा बच्चे चमकी बुखार या दिमागी बुखार या जापानी इंफ्लेसाइटिस से पिड़ित हैं। 120 से ज़्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है, सोशल मिडिया से लेकर जमीनी स्तर तक सरकार के खिलाफ आवाज़ उठ रही है और लोग बच्चों को बचाने के लिए दुआएँ कर रहे हैं, सरकार ने भी आवश्यक कदम उठाए हैं लेकिन सरकार द्वारा उठाया गया कदम प्रयाप्त नही है। मुज़फ्फरपुर के अस्पताल में उपलब्ध सुविधा प्रयाप्त नही है और इमरजेंसी हालात से निपटने के लिए अस्पताल में प्रयाप्त एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध नही है। बिहार सरकार से लेकर केन्द्र सरकार तक सभी नेता बड़े बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही ब्यान कर रही है। कल केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन ने एक मिटिंग बुलाई जिसमें केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश़्वनी चौबे और बिहार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी शामिल हुए लेकिन दोनो को मंच पर या तो सोते हुए पाया गया या जमहाई लेते हुए। बिहार में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत पर भारतीय इंसान पार्टी के युवा प्रदेश सचिव बिहार रहमत हुसैन ने गहरा दुख

CWC19- भारत बनाम पाकिस्तान, भारतीय टीम की शानदार बल्लेबाजी, पाकिस्तान के होश उड़े।

भारतीय क्रिकेट टीम हमेशा से ही क्रिकेट वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम पर हावी होने के लिए जानी जाती है। 1992 के पहले मुकाबले से लेकर 2019 के मौजुदा मुकाबले तक भारतीय क्रिकेट टीम अपने फैंस की उम्मीदों पर खड़ी उतरती आई है। आज भारत बनाम पाकिस्तान के मुकाबले में पाकिस्तान ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया लेकिन रोहित शर्मा और के एल राहुल की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए शतकिय साझेदारी कर पाकिस्तान के उम्मीदों पर पानी फेर दिया और भारत को बेहतरीन शुरुआत दिलाई। भारतीय बल्लेबाजों ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को रोहित शर्मा के 113 गेंदों में शानदार 140 रन एंव के एल राहुल और विराट कोहली के अर्दधशतक की बदौलत 46.4 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 305 रन बना लिए थें। खेल के बीच में बारीश हो जाने के कारण ताज़ा समाचार मिलने तक खेल को बीच में ही रोक दिया गया है। भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट फैंस के अलावा पुरे विश़्व के क्रिकेट फैंस की नज़र इस महामुकाबले पर बनी हुई है और सभी लोग खेल दुबारा शुरु होने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। बारीश के बाद मैच एक बार फिर शुरु हुआ और भारत ने 5

गज़ल- इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ़्तार से.....

Ghazal By Kabir Alam बिहार के हाजीपुर के प्रसिद्ध समाजिक कार्यकर्ता और "नई रौशनी" समाजसेवी संस्था के संस्थापक कबीर आलम की गज़ल "इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ्तार से" #गज़ल इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ़्तार से, माना के तेरा शौक-ए-ज़ुनू है इन्तेहा से बढ़कर, पर खुद को बचा के रख उन मुस्कुराते अय्यार से, पुरनम निगाहें लबों पर है शहद सी मिठास लगता नही डर तुमको इन दो धारी तलवार से, उनका सजना-सँवरना है किसी और के लिए, आईना भी शर्माती है दिखावे के श्रींगार से देखा है कभी तुमने वो अमरलता की पेंचें किस तरह लिपट जाती है फ़ुल और ख़ार से, आह.... कितना मासुम है कबीर तु समझ न सका, खा गया धोखा उनके झुठे ऐतबार से, इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ़्तार से। कबीर आलम हाजीपुरी की कलम से।

बिहार में "चमकी बुखार" मासुम ज़िन्दगियाँ छिन रही है फिर भी सरकार सुस्त क्यों है? जाने अब तक कितनी मासुम ज़िन्दगियाँ छिन गई।

बिहार के मुज़फ्फरपुर और आस पास के इलाके में चमकी बुखार या इंफ्लेसाइटिस ने अपना रौद्र रुप धारण कर लिया है, अब तक 95 से ज़्यादा मासुम बच्चों को अपनी ज़िन्दगी गवानी पड़ी है। गौरतलब है कि बिहार में चमकी बुखार का असर साल 2014 से ही देखने को मिल रहा है, एक चाईल्ड राईट एक्टिविस्ट के अनुसार 2014 से अब तक 1000 से ज़्यादा बच्चों की जान चमकी बुखार की वजह से जा चुकी है। हर साल बच्चों की जान चमकी बुखार की वजह से जा रही है और बिहार सरकार को इस बात का पता भी है की इस मौसम में चमकी बुखार का असर होता है लेकिन फिर भी सरकार का कोई प्रीप्लान अब तक नज़र नही आया। केन्द्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा की लीची के मौसम में ऐसा होता है, बच्चे खाली पेट लीची खा लेते हैं जिससे चमकी बुखार का असर बढ़ जाता है। चौबे सर हम यही कहना चाहते हैं कि बच्चे तो बच्चे हैं गलतियाँ करेगें ही सरकार को इस के लिए पहले से ही तैयार रहना चाहिए था। खैर मुद्दे की बात ये है कि अस्पताल में भी प्रयाप्त सुविधा उपलब्ध नही है, बिमार बच्चों को अस्पताल में जमीन पर ही सोते हुए पाया गया है। इमरजेंसी हालात से निपटने के लिए प्रयाप्त एम्बुलेंस की

योगी आदित्यनाथ ने निति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में जो किया जानकर हैरान रह जाएगें...!!!

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश निति आयोग के गवर्निंग काउंसिल की 5वीं बैठक में सम्मिलित होने के लिए पहुँचें। योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश निति आयोग के गवर्निंग काउंसिल की बैठक में सम्मिलित हुए सभी अधिकारियों से उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि के लिए आवश्यक कदम उठाने पर चर्चा कि और साथ ही साथ सबका विकास सबका विश्व़ास के अपनी पार्टी के नारे को दोहराते हुए कहा की उत्तर प्रदेश सराकार केन्द्र सरकार की मदद से उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि के लिए कृतसंकल्प है। <blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की पांचवीं बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर प्रदेश में समुचित विकास के लिए उठाये गए आवश्यक एवं प्रभावी कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ ही प्रदेश की अपेक्षाओं को भी बैठक में सम्मिलित सभी जनों के साथ साझा किया। <a href="https://t.co/Msa8ehWUJQ">pic.twitter.com/Msa8ehWUJQ</a></p>&mdash; Yogi Adityanath (@my

ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच काँटें की टक्कर, श्रीलंका ने पहले विकेट के लिए निभाया शतकिय साझेदारी, जाने क्या है स्कोर?

ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप में आज का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला जा रहा है। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने एरॉन फिंच के शानदार शतक की बदौलत श्रीलंका के सामने जीत के लिए 335 रनों का लक्ष्य रखा है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 334 रन बनाए जिसमें एरॉन फिंच के 132 गेंदों पर शानदार 153 रन और स्मिथ के 59 गेंदों पर 73 रनों का अहम योगदान रहा। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत बहुत अच्छी रही और श्रीलंका ने करुनारत्ने और कुशल परेरा के बीच पहले विकेट के लिए 115 रनों की साझेदारी की बदौलत न्युज लिखे जाने तक 23 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 145 रन बना लिए थें । ा

पश़्चिम बंगाल में डॉक्टर की पिटाई मामले में नया मोड़, डॉक्टर की एक टीम ने आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन से मुलाकात कर ये क्या कर दिया?

पश़्चिम बंगाल में डॉक्टर की पिटाई मामले में जारी गतिरोध में आज एक नया मोड़ तब आ गया जब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA की एक टीम ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन से मुलाकात की और जारी गतिरोध पर अपनी बात रखी। न्युज एजेंसी ANI ने आज अपने ट्विटर हैंडल पर ट्विट कर के यह जानकारी दी है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA की एक टीम ने आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्द्धन से मुलाकात कर पश़्चिम बंगाल में डॉक्टर की पिटाई मामले में अपना विरोध दर्ज करवाया है। ज्ञात हो कि पश़्चिम बंगाल सहित पुरे देश में डॉक्टर की पिटाई के विरोध में डॉक्टर हड़ताल पर हैं।