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बेरोजगारी - पढ़िए ये दिल को छू लेने वाली कविता।

खाली कंधों पर थोड़ा सा भार चाहिए, बेरोजगार हुँ साहब रोजगार चाहिए। बेरोजगारी मौजुदा समय में भारत की बहुत बड़ी समस्याओं में से एक समस्या है। इसी समस्या को ध्यान में रख कर लेखक ने दिल को छु लेने वाली ये कविता लिखी है, पढ़िए और हमें अपनी राय कमेंट बॉक्स में बताईए।                          बेरोजगारी खाली कंधों पर थोड़ा सा भार चाहिए, बेरोजगार हुँ साहब रोजगार चाहिए। जेब में पैसे नही हैं डिग्री लिए फिरता हुँ, दिनों दिन अपनी नज़रों में गिरता हुँ, कामयाबी के घर में खुले किवाड़ चाहिए, बेरोजगार हुँ साहब रोजगार चाहिए। टैलेंट की कमी नही है भारत की सड़कों पर, दुनिया बदल देगें भरोसा करो इन लड़कों पर, लिखते लिखते मेरी कलम तक घिस गई, नौकरी कैसे मिले जब नौकरी ही बिक गई, नौकरी की प्रक्रिया में अब सुधार चाहिए, बेरोजगार हुँ साहब रोजगार चाहिए। दिन रात कर के मेहनत बहुत करता हुँ, सूखी रोटी खा कर ही चैन से पेट भरता हुँ, भ्रष्टाचार से लोग खुब नौकरी पा रहे हैं, रिश़्वत की कमाई खुब मज़े से खा रहे हैं, नौकरी पाने के लिए यहाँ जुगाड़ चाहिए, बेरोजगार हुँ ...

उत्तर प्रदेश में एक और दलित लड़की की हत्या, ब्लात्कार की आशंका।

उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का दावा करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार के राज में उत्तर प्रदेश हत्या और अपराध का गढ़ बनती जा रही है। कल सोमवार की देर शाम उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिला के नीमगाँव ईलाके में छात्रवृति के लिए ऑनलाईन छात्रवृति फॉर्म भरने पड़ोस के गाँव गई दलित लड़की की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई। पहली नज़र में देखने पर ब्लात्कार के बाद हत्या का अंदेशा जाहिर किया जा रहा है। फोटो स्रोत-सोशल मिडिया उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिला के नीमगाँव ईलाके में एक दलित लड़की की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई, आशंका है कि लड़की के साथ ब्लात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई है और उसके बाद शव को झाड़ियों में फेंक दिया गया। बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तर प्रदेश में हत्या, ब्लात्कार और छेड़छाड़ की घटना आम हो चुकी है, इसके पहले 16 अगस्त 2020 को 13 साल की एक मासुम दलित लड़की के साथ ब्लात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि लड़की की आँख फोड़ दी गई और जीभ काट दिया गया था। हालांकि पुलिस ने आँख फोड़ने और जीभ काटने की ब...

JEE और NEET की परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था और भारत सरकार को अभिभावकों की चिंता पर ध्यान देना चाहिए- प्रियंका गाँधी वाड्रा

 काँग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने कोरोना काल में JEE और NEET की परीक्षा आयोजित करने पर भारत सरकार और परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था NTA पर कटाक्ष करते हुए कहा कि… "कोरोना को लेकर देश में परिस्थितियां अभी सामान्य नहीं हुईं हैं। ऐसे में अगर NEET और JEE परीक्षा देने वाले छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों ने कुछ चिंताएं जाहिर की हैं तो भारत सरकार व टेस्ट कराने वाली संस्थाओं को उस पर सही से सोच विचार करना चाहिए।" गौरतलब है कि NEET और JEE की परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था NTA ने कोरोना काल में परीक्षा आयोजित करने संबंधी गाईडलाईन जारी करते हुए ये स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा पहले से तय समय पर ही होगा, मालुम हो कि NEET के लिए 13 सितम्बर और JEE Main के लिए 1 से 6 सितम्बर का समय तय है। NTA ने गाईडलाईन जारी करते हुए कहा कि NEET और JEE की परीक्षा में छात्र-छात्राओं को रिपोर्टिंग के लिए टाईम स्लॉट मिलेगें और छात्र-छात्राओं को उनके दिए गए टाईम स्लॉट में ही रिपोर्टिंग करनी है,  साथ ही परीक्षा कोरोना के लिए पहले से ही जारी सभी गाईडलाईन यथा शारीरीक दुरी, सेनेटाईजेशन, मास...

कभी देखा है क्या ऐसा कब्रिस्तान? जहाँ इंसान नही गाड़ी दफनाई जाती हो।

 राजस्थान के जयपुर में बीते दिनों जबरदस्त बारीश हुई, बारीश ने जो आतंक मचाना था वो तो मचाया ही लेकिन बारीश के बाद ऐसे हालात बनें जिनके बारे में जानकर आप चौंक जाएगें और शायद अनायास ही आपको ऐसे हालात पर जोर जोर से हँसने का मन करने लगे। जी हाँ माजरा ही कुछ ऐसा है। जैसा कि आप सब जानते हैं राजस्थान रेगिस्तानी ईलाका है इस लिए वहाँ जब मुसलाधार बारीश हुई और बारीश का पानी बह कर नीचले ईलाके की तरफ जाने लगा तो वह बारीश का पानी अपने साथ बालु भी बहा कर ले गया। बालु भी इतना की कमड़ तक बालु जमा हो गया और उसके बाद जो हालात बने आप खुद ही फोटो में देखें। Desh Rakshak News  फोटो स्रोत- सोशल मिडिया देख कर ऐसा लगता है ना कि ये गाड़ियों का कब्रिस्तान है। Desh Rakshak News

जम्मु काश्मीर के बारामुला में आतंकी हमला, 3 जवान शहीद।

 जम्मु काश्मीर के बारामुला जिले के क्रेरी ईलाके में राज्य पुलिस और CRPF की संयुक़्त टीम पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया, प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस और CRPF की संयुक़्त टीम बारामुला जिले के क्रेरी ईलाके में नाकाबंदी किए हुए थी जहाँ कुछ आतंकवादियों ने आकर गोलियाँ चलाई। फाईल फोटो स्रोत- Tweeter गोलीबारी में राज्य पुलिस के एक विशेष पुलिस अधिकारी को मौके पर ही मौत हो गई और CRPF के 2 जवान घायल हो गए जिन्हे ईलाज के लिए अस्पताल से जाया गया लेकिन ईलाज के दौरान उन दोनों जवानों की मृत्यु हो गई, यह जानकारी जम्मु काश्मीर के इंस्पेक्टर जनरल विजय कुमार ने दी। आतंकवादियों की तलासी के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है और समाचार लिखे जाने तक कोई आतंकी न तो गिरफ्तार हुआ है और ना ही मारा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमारे वेबसाईट पर बने रहें- टीम देश रक्षक न्युज़

Asam Flood: असम में बाढ़ से 110 लोगों की मौत, लाखों लोग हुए बेघर।

असम में ब्रह्मपुत्र नदी के बाढ़ का आतंक बढ़ता जा रहा है, आपका प्रबंधन विभाग असम ने एक आँकड़ा जारी करते हुए जानकारी दी है कि असम में 30 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। प्रभावित जिलों में दिमाझी, हत्या, मोरीगाँव, लक्षीमपुर,सोनितपुर आदी प्रमुख हैं। आपदा प्रबंधन विभाग असम ने जानकारी दी है कि ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट के नेमतीघाट और सोनीपत जिला के एन० टी० रोड क्रॉसिंग पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं 5378 गाँव के 56,89,584 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और 110 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। असम सरकार ने राहत और बचाव कार्य में तेजी लाते हुए बाढ़ प्रभावित जिलों में सरकारी सहयोग बढ़ा दिया है, राहत और बचाव कार्य के लिए SDRF, NDRF, Civil Defence, IWT के जवानों के साथ साथ क्षेत्रिय नाविकों को मिला कर 81696 लोगों और 384 नाव को तैनात किया है। अधिक जानकारी के लिए हमारे वेबसाईट पर बने रहें।

गज़ल- इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ़्तार से.....

Ghazal By Kabir Alam बिहार के हाजीपुर के प्रसिद्ध समाजिक कार्यकर्ता और "नई रौशनी" समाजसेवी संस्था के संस्थापक कबीर आलम की गज़ल "इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ्तार से" #गज़ल इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ़्तार से, माना के तेरा शौक-ए-ज़ुनू है इन्तेहा से बढ़कर, पर खुद को बचा के रख उन मुस्कुराते अय्यार से, पुरनम निगाहें लबों पर है शहद सी मिठास लगता नही डर तुमको इन दो धारी तलवार से, उनका सजना-सँवरना है किसी और के लिए, आईना भी शर्माती है दिखावे के श्रींगार से देखा है कभी तुमने वो अमरलता की पेंचें किस तरह लिपट जाती है फ़ुल और ख़ार से, आह.... कितना मासुम है कबीर तु समझ न सका, खा गया धोखा उनके झुठे ऐतबार से, इतना भी प्यार मत कर ज़माने की रफ़्तार से। कबीर आलम हाजीपुरी की कलम से।