भारतीय प्रधानमंत्री ने आज अपने मन की बात कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं इस कोरोना काल में अपने नन्हे दोस्तों के बारे में सोचता रहा कि मेरे नन्हे दोस्तों तक कैसे ज़्यादा से ज़्यादा खिलौने पहुँचे?
मन की बात में बच्चों को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि खिलौने जहा activity को बढ़ाने वाले होते हैं तो वहीं खिलौने हमारी आकांक्षाओं को उड़ान भी देते हैं, खिलौने केवल मन ही नही बहलाते हैं बल्कि खिलौने मन बनाते भी हैं और मकसद गढ़ते भी हैं।
आगे उन्होने कहा कि मैने कहीं पढ़ा था कि खिलौनों के संबंध में रविन्द्रनाथ टैगोर ने कहा है कि सबसे अच्छे खिलौने वह होते हैं जो अधुरे हों और बच्चे खेल खेल में उसे पुरा करें। रविन्द्रनाथ टैगोर ने कहा था कि जब मैं छोटा था तब खुद की कल्पना से घर में मिलने वाले सामानों से ही अपने दोस्तों के साथ अपने खिलौने और खेल बनाया करता था।
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