बिहार: अक्टुबर नवम्बर में प्रस्तावित बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र चुनाव कराने की तैयारी जोरों पर है। इस क्रम में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी पुर्णिया द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव-2020 की तैयारी को लेकर सभी कोषांग के नोडल पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की गयी। बैठक में चुनाव की तैयारी पर चर्चा की गई तथा PWD व महिला वोटरों के नाम जोड़ने हेतु विशेष अभियान चलाने हेतु निर्देश दिया गया।
इससे पहले कल चुनाव आयोग ने ये स्पष्ट कर दिया था कि बिहार विधानसभा चुनाव समय पर ही संपऩ्न कराए जाएगें। चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव के तारीख की घोषणा उचित समय पर की जाएगा और हर हाल में 29 नवम्बर 2020 से पहले चुनाव की प्रक्रिया संपऩ्न करनी है।
गौरतलब है कि मौजुदा विधानसभा का कार्यकाल 30 नवम्बर को खत्म हो रहा है, अगर पिछले विधानसभा चुनाव की तरह ही चुनाव आयोग इस विधानसभा चुनाव की अधिसुचना ससमय करती है तो संभवत: अधिसुचना 9 सितम्बर तक जारी हो सकती है और अगर ऐसा हुआ तो तय किए गए चरण में ही चुनाव होगें लेकिन कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए इसकी संभावना कम लगती हैे।
अगर अधिसुचना जारी करने का समय अक्टुबर तक टाला जाता है तो 29 नवम्बर तक चुनाव संपऩ्न कराने के चुनाव आयोग के ब्यान को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि चुनाव के चरणों को घटा कर 2-3 चरणों में ही चुनाव संपऩ्न कराया जाए। आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के साथ साथ ही बिहार के वाल्मिकीनगर लोकसभा का उपचुनाव और देश के 64 विभिऩ्न विधानसभा के उपचुनाव भी कराने का फैसला लिया है।
कोरोना संकट में चुनाव की प्रक्रिया संपऩ्न कराने के चुनाव आयोग के फैसले में एक और अरचण विधी व्यवस्था भी है क्योंकि इस समय देश में त्योहारों का सीज़न है और चुनाव की प्रक्रिया के बीच ही 16-25 अक्टुबर तक दुर्गा पूजा, 14 नवम्बर को दिपावली और 20-21 नवम्बर को छठ होने वाला है। हालांकि कोरोना संकट के कारण ये सब त्योहार सिम्पल तरीके से ही मनाए जाने की संभावना है लेकिन कानुन व्यवस्था बनाए रखना भी एक चुनौती होगी।

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