सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

कंगना रनौत का बँग्ला मुम्बई BMC ने तोड़ा

Breaking News : मुम्बई BMC ने कंगना रनौत पर कार्यवाई करते हुए मुम्बई स्थिति उनके बँग्ला को तोड़ दिया है।

Kangana Ranaut

कंगना रनौत ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि मेरे घर में कोई गैरकानुनी कन्सट्रक्शन नही है और सरकार ने भी कोरोना संकट में 30 सितम्बर तक किसी भी तरह के डिमोलिशन पर पाबंदी लगा रखी है तब मेरे घर को Mumbai BMC द्वारा तोड़ा जाना लोकतंत्र की हत्या करना है। ताज़ा प्राप्त जानकारी के अनुसार बॉम्बे हाई कोर्ट ने कँग्ना के घर को तोड़े जाने पर रोक लगा दी है और इस मामले पर कल 3 बजे सुनवाई का समय दिया है। पता चला है कि कंगना रनौत के इस घर में उनका ऑफिस था। 

गौरतलब है कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार के बीच कंगना रनौत द्वारा मुम्बई को PoK कहे जाने के बाद से ही तनाव है, महाराष्ट्र सरकार की तरफ से संजय राउत ने कंगना को जवाब देते हुए कहा था कि कंगना को मुम्बई में रहने का हक नही है, इस पर कंगना ने जवाब देते हुए 9 सितम्बर को मुम्बई आने की खबर देते हुए कहा था कि रोक सको तो रोक लो। महाराष्ट्र सरकार और कंगना रनौत के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए हरियाणा सरकार ने केन्द्र सरकार से कंगना को सुरक्षा उपलब्ध कराने की माँग की थी जिसके बाद केन्द्र सरकार ने कंगना रनौत को Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की थी।

कंगना रनौत आज सुरक्षा के बीच मुम्बई पहुँचने वाली थीं लेकिन उससे पहले ही मुम्बई BMC ने कार्यवाई करते हुए कंगना रनौत के घर को तोड़ने का काम शुरु कर दिया हालांकि मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने कंगना के घर को तोड़े जाने पर रोक लगाते हुए सुनवाई के लिए कल शाम 3 बजे का समय दिया है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जानिए कर्बला के उन 72 शहीदों के नाम जिन्होने ईस्लाम के लिए अपनी कुर्बानी दी!

कर्बला का युद्ध 10 मुहर्रम 61 हिजरी ( ईस्लामिक कैलेन्डर ) बमुताबिक 10 अक्टुबर सन् 680 ई० को हज़रत इमाम हुसैन और यजीद की लाखों की फौज के बीच हुई थी। इस युद्ध में आम राय के अनुसार हज़रत इमाम हुसैन की तरफ से लड़ते हुए 72 लोग शहीद हुए थें, कहीं कहीं यह आँकड़ा 72-136 बताया जाता है। वो 72 नाम सबको जानना चाहिये। तमाम शोहदा ए कर्बला के नाम ए मुबारक .... तस्वीर सांकेतिक है कर्बला के 72 शहीद ( शोहदा ए कर्बला ) के नाम---- 1. हज़रत इमाम हुसैन रज़ि अल्लाहु अनहु 2. हज़रत अब्बास बिन अली 3. हज़रत अली अकर बिन हुसैन 4. हज़रत अली असगर बिन हुसैन 5. हज़रत अब्दुल्ला बिन अली 6. हज़रत जफर बिन अली 7. हज़रत उस्मान बिन अली 8. हज़रत अबू बकर बिन अली 9. हज़रत अबू बकर बिन हसन बिन अली 10. हज़रत कसीम बिन हसन बिन अली 11. हज़रत अब्दुल्लाह बिन हसन 12. हज़रत ऐन बिन अब्दुल्ला बिन जाफर 13. हज़रत मोहम्मद बिन अब्दुल्ला बिन जाफर 14. हज़रत अब्दुल्ला बिन मुस्लिम बिन अकील 15. हज़रत मोहम्मद बिन मुस्लिम 16. हज़रत मोहम्मद बिन सईद बिन अकील 17. हज़रत अब्दुल रहमान बिन अकील 18. हज़रत जफर बिन अकील 19. हज़रत यूएन बिन हर्स असदी 20. हज़रत ह...

तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नि से मुलाकात करने पर क्यों ट्रोल किए जा रहे हैं आमिर खान? क्या है पुरा मामला जानिए यहाँ!

बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं, वजह है उनकी अपकमिंग फिल्म "लाल सिंह चड्डा" जिसकी सुटिंग इन दिनों तुर्की में हो रही है। गौरतलब हो कि आमिर खान की अपकमिंग फिल्म लाल सिंह चड्डा की कुछ सुटिंग भारत में पुरी हो चुकी है लेकिन कोरोना संकट के बढ़ते प्रभाव के कारण फिल्म की सुटिंग बीच में ही बन्द कर दी गई थी और लगभग 5 महीने के बाद इसकी सुटिंग दुबारा से तुर्की में शुरु की है। लेकिन आमिर खान को ट्रोल किए जाने की वजह से फिल्म या इस फिल्म का तुर्की में सुट किया जाना नही है, बल्कि विवाद इस बात पर है कि आमिर खान तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब एर्दोगान की पत्नि से क्यों मिलें? गौरतलब है कि तुर्की की प्रथम महिला तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब एर्दोगान की पत्नि एमिन एर्दोगान ने ट्विटर पर ट्विट करते हुए आमिर खान से मुलाकात की बात कही थी। https://twitter.com/EmineErdogan/status/1294684499075366913?s=20 जब ये ट्विट भारत के लोगों तक पहुँचा तो भाजपा और संघ से जुड़े लोगों को इस बात से आपत्ती होने लगी की आमिर खान ने एमिन एर्दोगान से मुलाकात क्यों की? और सोशल मिडिया पर उन्ह...

डॉ० कफील खान की रिहाई पर ईलाहाबाद उच्य न्यायालय में अंतरिम सुनवाई कल, परिवार वालों ने दुआ की अपील की।

 गोरखपुर के बी० आर० डी० अस्पताल के पुर्व डॉक्टर कफील खान इन दोनो रासुका यानि राष्ट्रीय सुरक्षा कानुन के तहत जेल में बंद हैं, उन पर CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान उन के दिए भाषण के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने रासुका लगा रखा है और बीते दिनों डॉ० कफील पर लगाए गए रासुका की अवधी 3 महीनों के लिए और बढ़ा दी गई थी। डॉ० कफील खान के परिवार या दोस्तों ने उनके फेसबुक अकाउण्ट से पोस्ट करते हुए अंतरिम सुनवाई की जानकारी दी और साथ ही डॉ० कफील के चाहने वालों से साथ देने के अलावा दुआ/प्रार्थना करने की भी अपील की है। राजनितिक दुर्भावना से लगाए गए NSA की पीड़ा को मैं बखुबी समझता हुँ- भीम आर्मी चीफ गौरतलब है कि डॉ० कफील खान की रिहाई के लिए सोशल मिडिया से लेकर सड़क तक लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है, भारतीय इंसान पार्टी, समाजवादी पार्टी, काँग्रेस सहित कई छोटी बड़ी पार्टी ने डॉ० कफील की रिहाई की माँग की है, वहीं सोशल मिडिया पर डॉ० खान की रिहाई के लिए कई हैशटैग के साथ लगातार विरोध किया जा रहा है और उनकी रिहाई की माँग की जा रही है। आपको बताता चलुँ कि काँग्रेस की तरफ से प्रियंका...