सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

जानिए कर्बला के उन 72 शहीदों के नाम जिन्होने ईस्लाम के लिए अपनी कुर्बानी दी!

कर्बला का युद्ध 10 मुहर्रम 61 हिजरी ( ईस्लामिक कैलेन्डर ) बमुताबिक 10 अक्टुबर सन् 680 ई० को हज़रत इमाम हुसैन और यजीद की लाखों की फौज के बीच हुई थी। इस युद्ध में आम राय के अनुसार हज़रत इमाम हुसैन की तरफ से लड़ते हुए 72 लोग शहीद हुए थें, कहीं कहीं यह आँकड़ा 72-136 बताया जाता है।

वो 72 नाम सबको जानना चाहिये।

तमाम शोहदा ए कर्बला के नाम ए मुबारक ....

तस्वीर सांकेतिक है


कर्बला के 72 शहीद ( शोहदा ए कर्बला ) के नाम----


1. हज़रत इमाम हुसैन रज़ि अल्लाहु अनहु

2. हज़रत अब्बास बिन अली

3. हज़रत अली अकर बिन हुसैन

4. हज़रत अली असगर बिन हुसैन

5. हज़रत अब्दुल्ला बिन अली

6. हज़रत जफर बिन अली

7. हज़रत उस्मान बिन अली

8. हज़रत अबू बकर बिन अली

9. हज़रत अबू बकर बिन हसन बिन अली

10. हज़रत कसीम बिन हसन बिन अली

11. हज़रत अब्दुल्लाह बिन हसन

12. हज़रत ऐन बिन अब्दुल्ला बिन जाफर

13. हज़रत मोहम्मद बिन अब्दुल्ला बिन जाफर

14. हज़रत अब्दुल्ला बिन मुस्लिम बिन अकील

15. हज़रत मोहम्मद बिन मुस्लिम

16. हज़रत मोहम्मद बिन सईद बिन अकील

17. हज़रत अब्दुल रहमान बिन अकील

18. हज़रत जफर बिन अकील

19. हज़रत यूएन बिन हर्स असदी

20. हज़रत हबीब बिन मज़हिर असदी

21. हज़रत मुस्लिम बिन आजाजा आदी

22. हज़रत कयेस बिन मस्सर असदी

23. हज़रत अबू सममा उमर बिन अब्दुल्ला

24. हज़रत बोरर हमदानी

25. हज़रत हनाला बिन असद

26. हज़रत अबीस शकरी

27. हज़रत अब्दुल रहमान रहबी

28. हज़रत सैफ बिन हरस

29. हज़रत आमेर बिन अब्दुल्लाह हमानी

30. हज़रत जुनादा बिन हर्स

31. हज़रत मजमा बिन अब्दुल्ला

32. हज़रत नाफी बिन हलाल

33. हज़रत हज़ाज बिन मासरुक़ (काफिला-ए-कर्बला के मुअज्ज़िन)

34. हज़रत उमर बिन क़रज़ा

35. हज़रत अब्दुल रहमान बिन अब्द-ए-रुब

36. हज़रत जुनदा बिन कब

37. हज़रत अमान बिन जानदा

38. हज़रत नामीम बिन अजलन

39. हज़रत साद बिन हरस

40. हज़रत ज़ुहिर बिन काइन

41. हज़रत सलमान बिन मज़ीरब

42. हज़रत सईद बिन उमेर

43. हज़रत अब्दुल्ला बिन बसीर

44. हज़रत यजीद बिन ज़ेड कंडी

45. हज़रत हार्ब बिन उमर-उल-कैसा

46. हज़रत जहीर बिन अमीर

47. हज़रत बशीर बिन अमीर

48. हज़रत अब्दुल्ला अरवा गहफ़ारी

49. हज़रत झोन गुलाम अबू ज़ार गफरी

50. हज़रत अब्दुल्ला बिन अमीर

51. हज़रत अब्दुल अला बिन यज़ीद

52. हज़रत सलीम बिन अमीर

53. हज़रत कसीम बिन हबीब

54. हज़रत ज़ेड बिन सलीम

55. हज़रत नोमन बिन उमेर

56. हज़रत यजीद बिन सबीट

57. हज़रत अमीर बिन मुस्लिम

58. हज़रत सैफ बिन मलिक

59. हज़रत जबीर बिन हज्जाजी

60. हज़रत मसूद बिन हज्जाजी

61. हज़रत अब्दुल रहमान बिन मसूद

62. हज़रत बकर बिन हई

63. हज़रत अमार बिन हसन ताई

64. हज़रत जरुगामा बिन मलिक

65. हज़रत काना बिन अटेक

66. हज़रत एकबा बिन सुल्तान

67. हज़रत हुर बिन यज़ीद तामीमी

( यज़ीद की फौज के एक सेनापति जिन्होने सच्चाई की खातिर बीच लड़ाई में यज़ीद की फौज छोड़ हज़रत इमाम हुसैन का साथ दिया )

68. हज़रत एकबा बिन सुल्तान

69. हज़रत हबला बिन अली शिबानी

70. हज़रत कानाब बिन उमर

71. हज़रत अब्दुल्ला बिन याक़टर

72.  इमाम-ए-सज्जाद


नोट- चुँकी यह पोस्ट ईस्लाम से जुड़ा है इस लिए सभी लोगों से गुजारिश है कि इस पोस्ट में कुछ कमी या ज़यादती हो गई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरुर बताए।

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

तुर्की के राष्ट्रपति की पत्नि से मुलाकात करने पर क्यों ट्रोल किए जा रहे हैं आमिर खान? क्या है पुरा मामला जानिए यहाँ!

बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं, वजह है उनकी अपकमिंग फिल्म "लाल सिंह चड्डा" जिसकी सुटिंग इन दिनों तुर्की में हो रही है। गौरतलब हो कि आमिर खान की अपकमिंग फिल्म लाल सिंह चड्डा की कुछ सुटिंग भारत में पुरी हो चुकी है लेकिन कोरोना संकट के बढ़ते प्रभाव के कारण फिल्म की सुटिंग बीच में ही बन्द कर दी गई थी और लगभग 5 महीने के बाद इसकी सुटिंग दुबारा से तुर्की में शुरु की है। लेकिन आमिर खान को ट्रोल किए जाने की वजह से फिल्म या इस फिल्म का तुर्की में सुट किया जाना नही है, बल्कि विवाद इस बात पर है कि आमिर खान तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब एर्दोगान की पत्नि से क्यों मिलें? गौरतलब है कि तुर्की की प्रथम महिला तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब एर्दोगान की पत्नि एमिन एर्दोगान ने ट्विटर पर ट्विट करते हुए आमिर खान से मुलाकात की बात कही थी। https://twitter.com/EmineErdogan/status/1294684499075366913?s=20 जब ये ट्विट भारत के लोगों तक पहुँचा तो भाजपा और संघ से जुड़े लोगों को इस बात से आपत्ती होने लगी की आमिर खान ने एमिन एर्दोगान से मुलाकात क्यों की? और सोशल मिडिया पर उन्ह...

डॉ० कफील खान की रिहाई पर ईलाहाबाद उच्य न्यायालय में अंतरिम सुनवाई कल, परिवार वालों ने दुआ की अपील की।

 गोरखपुर के बी० आर० डी० अस्पताल के पुर्व डॉक्टर कफील खान इन दोनो रासुका यानि राष्ट्रीय सुरक्षा कानुन के तहत जेल में बंद हैं, उन पर CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान उन के दिए भाषण के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने रासुका लगा रखा है और बीते दिनों डॉ० कफील पर लगाए गए रासुका की अवधी 3 महीनों के लिए और बढ़ा दी गई थी। डॉ० कफील खान के परिवार या दोस्तों ने उनके फेसबुक अकाउण्ट से पोस्ट करते हुए अंतरिम सुनवाई की जानकारी दी और साथ ही डॉ० कफील के चाहने वालों से साथ देने के अलावा दुआ/प्रार्थना करने की भी अपील की है। राजनितिक दुर्भावना से लगाए गए NSA की पीड़ा को मैं बखुबी समझता हुँ- भीम आर्मी चीफ गौरतलब है कि डॉ० कफील खान की रिहाई के लिए सोशल मिडिया से लेकर सड़क तक लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है, भारतीय इंसान पार्टी, समाजवादी पार्टी, काँग्रेस सहित कई छोटी बड़ी पार्टी ने डॉ० कफील की रिहाई की माँग की है, वहीं सोशल मिडिया पर डॉ० खान की रिहाई के लिए कई हैशटैग के साथ लगातार विरोध किया जा रहा है और उनकी रिहाई की माँग की जा रही है। आपको बताता चलुँ कि काँग्रेस की तरफ से प्रियंका...