बधाई हो…!!! UNESCO ने "जन गण मन" को World's Best National Anthem घोषित किया।
- क्या है सच…?
- क्या वाकई UNESCO ने "जन गण मन" को World's Best National Anthem घोषित किया है?
- क्या है इसके पीछे की पुरी कहानी?
DRN Fact Check 01: Desh Rakshak News पर जानिए क्या UNESCO ने सच में "जन गण मन" को World's Best National Anthem घोषित किया है? या ये सिर्फ एक Fake News या Publicity Stunt है!
इन दिनों WhatsApp पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि UNESCO ने "जन गण मन" जो की हमारा यानि भारत गणराज्य का National Anthem है को दुनिया के सबसे अच्छे नेशनल एन्थम के रुप में स्विकृति दे दी है। साथ ही मैसेज में जन गण मन के मायने को बताते हुए भारतीय गौरव का वास्ता देकर इस मैसेज से भारतीय लोगों को इमोशनली जोड़ने और इस मैसेज को आगे फॉर्वार्ड करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन इस मैसेज में कितनी सच्चाई है? इस मैसेज के पीछे का राज क्या है? ये जानने के लिए हमने रिवर्स सर्च तकनीक की मदद ली तो कुछ और ही चौकाने वाला सच सामने आया। हम देश रक्षक न्युज़ पर आपको इस मैसेज की शुरुआत से लेकर अब तक की पुरी कहानी और पुरा सच बताएगें।
जब देश रक्षक न्युज़ को WhatsApp पर ये मैसेज मिला तो हम ने इसके पीछे की पुरी सच्चाई जानने की कोशिस की तो चौकाने वाला सच सामने आया, दरअसल ये मैसेज नया नया वायरल नही हो रहा है बल्कि इसका इतिहास 12-13 साल पुराना है। India Today की रिपोर्ट के अनुसार सर्वप्रथम ये मैसेज ईमेल के जरिए सन 2008 में मुम्बई के "मुम्बई हैन्ग आउट" नामक Yahoo Group Site ईमेल ग्रुप ने वायरल करवाया, India Today की रिपोर्ट के अनुसार इसका मकसद शायद Publicity Stunt था।
फिर ये मामला शांत हो गया था लेकिन 10 साल बाद 11 जुन सन 2018 में भारतीय रेसलर और अब भाजपा नेत्री बबीता फोगाट ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस मैसेज को को शेयर कर इसे फिर से सर्कुलेट करने का काम किया, बबीता फोगाट ने अपने ट्विट में दावा किया कि "बहुत बहुत बधाई दोस्तों। हमारा राष्ट्रीय गान जन गण मन अधिनायक दय हे भारत भाग्य विधाता, विश्व का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र गान घोषित हुआ है, युनेस्को ने इसकी घोषणा की है, एक भारतीय होने के नाते मुझे इस पर गर्व है। जय हिन्द जय भारत। इस खुशी और गर्व के पल को एक दुसरे के साथ बाँटें। ट्विट वायरल होने के बाद इसके फेक होने की बात सामने आई तो बबीता फोगाट ने अगली सुबह इस ट्विट को डिलिट कर दिया।
फिर 17 अगस्त 2019 को जनता दल यूनाईटेड के प्रवक़्ता अजय आलोक ने इसी मैसेज को अपने तरीके से अपने ट्विटर हैंडल पर ट्विट किया और हद तो तब हो गई जब उन्होने इस मैसेज में भाजपा विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि अब कुछ लोग ये मत कह देना कि इसे मोदी और शाह ने मैनेज किया है।
ये सिलसिला यहीं नही रुका फेसबुक से लेकर ट्विटर और WhatsApp तक यह मैसेज वायरल होता रहा जब India Today ने इस संबंध में UNESCO से जानकारी माँगी तो उन्होने इस मैसेज के फेक होने की बात कही।
WhatsApp पर वायरल मैसेज
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